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अध्याय 5 महिला...
भारतीय न्याय संहिता
(बीएनएस)
अध्याय 5: महिला और बालक के विरुद्ध अपराधों के विषय में
धारा 63
लैंगिक अपराधों के विषय में - 63. बलात्संग ।
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धारा 64
बलात्संग के लिए दंड ।
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धारा 65
कतिपय मामलों मैं बलात्संग के लिए दंड ।
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धारा 66
पीड़िता की मृत्यु या सतत् विकृतशील दशा कारित करने के लिए दंड ।
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धारा 67
पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ पृथक्करण के दौरान मैथुन ।
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धारा 68
प्राधिकार में किसी व्यक्ति द्वारा मैथुन ।
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धारा 69
प्रवंचनापूर्ण साधनों, आदि का प्रयोग करके मैथुन ।
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धारा 70
सामूहिक बलात्संग ।
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धारा 71
पुनरावृतिकर्ता अपराधियों के लिए दंड ।
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धारा 72
कतिपय अपराधों आदि से पीड़ित व्यक्ति की पहचान का प्रकटीकरण ।
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धारा 73
अनुज्ञा के बिना न्यायालय की कार्यवाहियों से संबंधित किसी मामले का मुद्रण या प्रकाशन करना ।
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धारा 74
महिला के विरुद्ध् आपराधिक बल और हमले के विषय में - 74. महिला की ल्ज्जा भंग करने के आशय से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग ।
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धारा 75
लैंगिक उत्पीड़न ।
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धारा 76
विवस्त्र करने के आशय से महिला पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग ।
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धारा 77
दृश्यरतिकता।
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धारा 78
पीछा करना ।
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धारा 79
शब्द, अंगविक्षेप या कार्य, जो किसी महिला की लज्जा का अनादर करने के लिए आशयित है।
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धारा 80
विवाह से संबंधित अपराधों के विषय में - 80. दहैज मृत्यु ।
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धारा 81
विधिपूर्ण विवाह का प्रवंचना से विश्वास उत्प्रेरित करने वाले पुरुष द्वारा कारित सहवास ।
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धारा 82
पति या पत्नी के जीवनकाल में पुनः विवाह करना ।
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धारा 83
विधिपूर्ण विवाह के बिना कपटपूर्वक विवाह कर्म पूरा कर लेना ।
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धारा 84
विवाहित महिला को आपराधिक आशय से फ़ुसलाकर ले जाना, या ले जाना या निरुद्ध रखना ।
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धारा 85
किसी महिला के पति या पति के नातेदार द्वारा उसके प्रति क्रूरता करना ।
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धारा 86
क्रूरता की परिभाषा ।
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धारा 87
विवाह आदि के करने को विवश करने के लिए किसी महिला को व्यपह्त करना, अपहृत करना या उत्प्रेरित करना ।
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धारा 88
गर्भपात, आदि कारित करने के विषय में - 88. गर्भपात कारित करना ।
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धारा 89
महिला की सम्मति के बिना गर्भपात कारित करना ।
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धारा 90
गर्भपात कारित करने के आशय से किए गए कार्यों द्वारा कारित मृत्यु ।
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धारा 91
बालक का जीवित पैदा होना रोकने या जन्म के पश्चात् उसकी मृत्यु कारित करने के आशय से किया गया कार्य ।
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धारा 92
ऐसे कार्य द्वारा जो आपराधिक मानव वध की कोटि में आता है, किसी सजीव अजात बालक की मृत्यु कारित करना ।
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धारा 93
बालक के विरुद्ध अपराधों के विषय में - 93. बालक के पिता या माता या उसकी देखरेख रखने वाले व्यक्ति द्वारा बारह वर्ष से कम आयु के बालक का अरक्षित डाल दिया जाना और परित्याग ।
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धारा 94
मृत शरीर के गुप्त व्ययन द्वारा जन्म छिपाना ।
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धारा 95
अपराध को कारित करने के लिए बालक को भाडे पर लेना, नियोजित करना या नियुक्त करना ।
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धारा 96
बालक का उपापन ।
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धारा 97
दस वर्ष से कम आयु के बालक के शरीर पर से चोरी करने के आशय से उसका व्यपहरण या अपहरण ।
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धारा 98
वैश्यावृत्ति आदि के प्रयोजन के लिए बालक को बेचना ।
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धारा 99
वैश्यावृत्ति आदि के प्रयोजनों के लिए बालक को खरीदना ।
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